My pen name: Ruchi"Harsh" Love to read , write poetry, stories, positive quotes .
हम बयान देते रह गए हम बयान देते रह गए
दिले-उल्फत - मन का हाल गुमां - अंहकार। दिले-उल्फत - मन का हाल गुमां - अंहकार।
ये मेरी कलम मुझे बड़ी अच्छी लगती है। ये मेरी कलम मुझे बड़ी अच्छी लगती है।
एक वक्त था तू मेरा साया था, जी चाहता है, तेरी उम्र संग तेरा साया बन जाऊँ एक वक्त था तू मेरा साया था, जी चाहता है, तेरी उम्र संग तेरा साया बन जाऊँ
कोई था मुझसे नाराज़ किसी से मैं था नाराज़ । कोई था मुझसे नाराज़ किसी से मैं था नाराज़ ।
सुबह हुई बरसात फिर से गहरी लंबी सांसें भर कर मन की दीवारों को तोड़ा, हाथ खोलकर खड़ी हुई ... सुबह हुई बरसात फिर से गहरी लंबी सांसें भर कर मन की दीवारों को तोड़ा, ह...