Mere chnd ahsaas
सब खोकर सब लुटाकर मैं बुद्ध को ना पा सकी। सब खोकर सब लुटाकर मैं बुद्ध को ना पा सकी।
मेरी आँखों में है तेरा अक्स, तो आईना जलता क्यों है? मेरी आँखों में है तेरा अक्स, तो आईना जलता क्यों है?
मैं विश्वास लिखती चाहती हूँ, वो बिल्कुल ही मिट जाते हैं। मैं विश्वास लिखती चाहती हूँ, वो बिल्कुल ही मिट जाते हैं।
तुझसे यही गिला है ज़िंदगी, तूं मेरी कभी हुई नहीं।। तुझसे यही गिला है ज़िंदगी, तूं मेरी कभी हुई नहीं।।
हम खामोश ही रहे, दस्तक तुमने भी न दी फिर वक्त पर इल्ज़ाम लगाये कैसे।। हम खामोश ही रहे, दस्तक तुमने भी न दी फिर वक्त पर इल्ज़ाम लगाये कैसे।।