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ओ हरियाली को काटने वालों, तुम इसकी मोल पहचानों।। ओ हरियाली को काटने वालों, तुम इसकी मोल पहचानों।।
आजाद हो तुम उड़ जाओ, कलम कहता है लिखते जाओ। आजाद हो तुम उड़ जाओ, कलम कहता है लिखते जाओ।
वरदान बनो तुम अभिशाप नहीं, सारे जग का कल्याण करो। वरदान बनो तुम अभिशाप नहीं, सारे जग का कल्याण करो।
ज़िन्दगी ज़लज़ला है, इसमें हर कोई बह चला है! ज़िन्दगी ज़लज़ला है, इसमें हर कोई बह चला है!
कहाँ चले जाते हैं सभी मौत के बाद? क्या फिर मिलती है नई ज़िन्दगी मौत के बाद? कहाँ चले जाते हैं सभी मौत के बाद? क्या फिर मिलती है नई ज़िन्दगी मौत के बाद?