None
हंस भाई, मुझे दूसरी जगह ले चलो जहाँ पानी हो।” हंस भाई, मुझे दूसरी जगह ले चलो जहाँ पानी हो।”
जैसे तैसे रात गुजरती और हम राह देख रहे थे की कब सुबह होगी जैसे तैसे रात गुजरती और हम राह देख रहे थे की कब सुबह होगी