शिक्षक चिंतक लेखक कवि एवं समाज सेवी
जीत है, या हार है। जिन्दगी उपहार है। जीत है, या हार है। जिन्दगी उपहार है।
ऊंचे नीचे कठिन मार्ग में, हँसकर कदम बढ़ाना होगा। ऊंचे नीचे कठिन मार्ग में, हँसकर कदम बढ़ाना होगा।
तोड़ बेंडी गुलामी की आगे बढ़ीं, सरहदो पर भी अब लड रहीं बेटियाँ। तोड़ बेंडी गुलामी की आगे बढ़ीं, सरहदो पर भी अब लड रहीं बेटियाँ।
जीवन है नदिया की धारा, पास कहीं है दूर किनारा। जीवन है नदिया की धारा, पास कहीं है दूर किनारा।
बागों में फूल तेरे जब भी मुस्कुराये बागों में फूल तेरे जब भी मुस्कुराये
साथ आओ चमन को मिलजुलकर सजा लें। साथ आओ चमन को मिलजुलकर सजा लें।
अन्दर के पट खोलो अन्दर के पट खोलो