कविता एवं अध्ययन कार्य
सरिता की तेज लहरों को, काटती ये बूँदें। सरिता की तेज लहरों को, काटती ये बूँदें।
धरती पर झूमने, वतन को यू चूमने। जन्मा हूँ मैं इस धरा पर मातृभूमि के लिऐ ।। धरती पर झूमने, वतन को यू चूमने। जन्मा हूँ मैं इस धरा पर मातृभूमि के लिऐ ।।
तुम रोना मत मुझसे वादो करो जरा वक्त मुश्किल है हिम्मत भरो। तुम रोना मत मुझसे वादो करो जरा वक्त मुश्किल है हिम्मत भरो।
चलो उठो, तुम छोड़ो इन बातों को आ फिर घूमें तलाश रोटी की चलो उठो, तुम छोड़ो इन बातों को आ फिर घूमें तलाश रोटी की
तभी जा नज़र बहू पर टिकी, लाल तो कब वतन पर शहीद हो चला। तभी जा नज़र बहू पर टिकी, लाल तो कब वतन पर शहीद हो चला।