house work
गोपी ने उसी दिन ठान लिया कि मैं इसे अपनी कमजोरी कभी नहीं बनने दूंगा, गोपी ने उसी दिन ठान लिया कि मैं इसे अपनी कमजोरी कभी नहीं बनने दूंगा,
मैं बस यही चाहती हुूँ कि उसके जीवन में सब कुछ ठीक हो जाये जल्दी से जल्दी। मैं बस यही चाहती हुूँ कि उसके जीवन में सब कुछ ठीक हो जाये जल्दी से जल्दी।
उनकी मुस्कुराहट उसके फ्रेंड्स सारे देख रहे थे। उनकी मुस्कुराहट उसके फ्रेंड्स सारे देख रहे थे।
एक बार तो वो आते और अपनी हाजरी लगा जाते। एक बार तो वो आते और अपनी हाजरी लगा जाते।