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मेरे शहर की महंगाई का आलम तो देखिये जनाब मेरे शहर की महंगाई का आलम तो देखिये जनाब
कार या पक्की दुकान नहीं होती जो गर्मी का मौसम चैन से काट लें। कार या पक्की दुकान नहीं होती जो गर्मी का मौसम चैन से काट लें।
सोच रहा है दिल ही दिल में, अब नहीं चलेगा यह साला सोच रहा है दिल ही दिल में, अब नहीं चलेगा यह साला
गधा निकला खेत से खाय नौ मन घास। गधा निकला खेत से खाय नौ मन घास।
आ जा मेरे पास वो बोली चल हट बदमाश आ जा मेरे पास वो बोली चल हट बदमाश
प्रतिभा पलायन रोकने की बात आरक्षण की आग प्रतिभा पलायन रोकने की बात आरक्षण की आग
इन पे साइकिल भी नहीं, वो महँगी गाड़ियां बच्चों को दिला रहे हैं। इन पे साइकिल भी नहीं, वो महँगी गाड़ियां बच्चों को दिला रहे हैं।
सूंड उठाकर जब चलें आठ-दस तो गिर पड़े सूंड उठाकर जब चलें आठ-दस तो गिर पड़े
अखबार में था उनका नाम अखबार में था उनका नाम