मैं दो प्यारी बेटियों की मां हूं। मुझे साहित्य में रुचि है। मुझे कहानियां पढ़ने और लिखने का शौक है।
अपनी पहली तनख्वाह से मैं अपनी मां के लिए साड़ी खरीदना चाहता था। अपनी पहली तनख्वाह से मैं अपनी मां के लिए साड़ी खरीदना चाहता था।
सब अपनी घर की बेटी की जिंदगी संवारने के लिए तैयार थे। सब अपनी घर की बेटी की जिंदगी संवारने के लिए तैयार थे।
? जब हमने तुम्हारे लिए कभी कुछ नहीं किया तो अब क्यों करें? तुम अपने जीवन में खुश रहो और ? जब हमने तुम्हारे लिए कभी कुछ नहीं किया तो अब क्यों करें? तुम अपने जीवन में खुश...
कवीश अपनी पत्नी को बेटियों के लिए बोलता देख मन ही मन बहुत खुश हो रहा था। कवीश अपनी पत्नी को बेटियों के लिए बोलता देख मन ही मन बहुत खुश हो रहा था।