शर्त
शर्त
उस खुदा से मुझे ज़िन्दगी मिली प्यारी सी
शर्त ये थी कि मुझे साँसे लेते रहना होगा
हजारों खुशियाँ मिली हर तरफ बिखरी हुई
शर्त ये थी कि ग़मों को साथ ले चलना भी होगा
सूरज की रोशनी भी उसने मुझे दी
शर्त ये थी कि काली रातों से गुजरना भी होगा
मुस्कान दी उसने मेरे होंठों पर
शर्त ये थी कि आँखों को रोना भी होगा
मेरी राहों में फूल भी दे दिए उसने
शर्त ये थी कि पतझड़ से मिलना भी होगा
बारिश की कुछ बूँदें दी उसने भीग जाने को
शर्त ये थी कि गर्म रेत पर चलना भी होगा
मुझे यूँ आगे बढ़ने की ताकत दी
शर्त ये थी कि कभी गिरना भी होगा
सारी शर्तें सुन मैंने खुदा की
जल्दी से खुश हो हामी भर दी
चलो कैसी भी हो
मुझे ये ज़िन्दगी तो मिली
तभी खुदा ने मेरे आगे
अपनी आखिरी शर्त रखी
कि चाहे कितना भी जी ले तू ज़िन्दगी अपने मुताबिक
एक दिन तुझे मेरे कहने पर मरना भी होगा.