जाई प्रभाती मंगलवेळी नवती मुखी भरगच्च गूज अंगणी रवीराज किरणांची नक्षी मराठीकविता अवखळ तेज:पुंज अनादी उभारी क्षितिज व्यथा घरटे पहाटवारा कविता

Marathi चराचर Poems