वार्धक्य
वार्धक्य
ध्येय उमेदीचे | तारुण्य सरते |
वार्धक्य उरते |जीवनात||१||
सुर्य तो अस्तास| सजीव निर्जीव|
सोडती हा जीव |अंत सर्वा||२||
जर्जर शरीर |व्याधी युक्त होते|
संपत्तीही जाते |आजारात||३||
वेळीच ओळखा |व्यायाम महत्त्व|
जीवनाचे तत्व | हेच व्हावे||४||
कष्ट करुनिया |संपले आयुष्य |
नसे दीर्घायुष्य |चिरंजीवी||५||
करावा सोहळा| चिंता ही नसावी |
संगती असावी |पुण्य राशी||६||
आवड निवड |जपा आता सारी|
मौज वाटे भारी| संगीतात||७||
उगाच रुसवा |उपदेश देणे|
नका ठेवू घेणे| इतरांशी||८||
अनुभव गाठी |बनावा आधार|
नसावा तो भार| लेकरांना||९||
अंत जीवनाचा| सुखात्मक व्हावा|
आदर्श ठरावा |जगासाठी||१०||