संत एकनाथ
संत एकनाथ
पिता नारायण| माता रूकमाई|
मुखात विठाई| सदोदित ||||
बाबा भानुदास| नाथा सांभाळले|
छत्र हरपले |मायबाप||||
जनार्दन स्वामी | भेटे गुरुरुप|
सत्याचे स्वरूप| आत्मभान||||
मुक गर्दभाला |पाजियले पाणी|
तृप्त करी ज्ञानी| पुण्यकर्म||||
थुंकियले अंगी| गोदावरी काठी|
त्याही व्यक्ती साठी | क्षमा मनी ||||
भारुड अभंग| करिती सज्ञान|
लोकांचे अज्ञान| दूर केले||||
ग्रंथ भागवत| काव्य गवळणी|
पदे विरहिणी |प्रबोधन||||
अंगी भूतदया |परोपकाराने|
सदविचाराने |आत्मबळ||||
मनी आत्मज्ञान |होता साक्षात्कार|
लोकांचा उद्धार |नाथ करी ||||
श्रीखंड रूपाने | भरे चक्रपाणी|
नाथा घरी पाणी | भक्तीसाठी||||
दत्ताचे दर्शन | एकनाथा झाले|
आरतीत आले |सत्यरूप ||||
देह त्यागियेला |फाल्गुन मासात|
नाथा चरणात |जन्म धन्य||||