देवांश का उधर आना हुआ तो देहरी पर सुनयना को देख उसका मन पसीज उठा। देवांश का उधर आना हुआ तो देहरी पर सुनयना को देख उसका मन पसीज उठा।
हाँ, अब मैं भी थोड़ा सा बदलाव चाहती हूँ , अपने लिए भी,जीने का अधिकार चाहती हूँ l हाँ, अब मैं भी थोड़ा सा बदलाव चाहती हूँ , अपने लिए भी,जीने का अधिकार चाहती ह...
सुनयना अपने नाम अनुरूप ही सुंदर और बड़े बड़े नेत्रों वाली है। सुनयना अपने नाम अनुरूप ही सुंदर और बड़े बड़े नेत्रों वाली है।