अभी भी जब भी गाँव पर कोई मुसीबत आती है, कमली गाँव वालों को ''हुंकार "दे कर आगाह करती ह अभी भी जब भी गाँव पर कोई मुसीबत आती है, कमली गाँव वालों को ''हुंकार "दे कर आगाह ...
मैं पतिदेव को लेकर अपने मन में बैठी आशंकाओं से विचलित हो रही थी। मैं पतिदेव को लेकर अपने मन में बैठी आशंकाओं से विचलित हो रही थी।