तू सिर्फ एक तवायफ़ जिसके लिये ये सब बातें कोई मायने नहीं रखती... ! तू सिर्फ एक तवायफ़ जिसके लिये ये सब बातें कोई मायने नहीं रखती... !
वह सुशांत को अपनी बाल सुलभ मधुर वाणी में कह रही है - ‘मेरे पापा’ …. वह सुशांत को अपनी बाल सुलभ मधुर वाणी में कह रही है - ‘मेरे पापा’ ….