उन लोगों की तरह एक बालक मनोहर भी बहुत खुश था। उन लोगों की तरह एक बालक मनोहर भी बहुत खुश था।
रत्ना उन दोनों को घर ले आयी लेकिन आज रमाकांत अपनी बेटी से आंखें नहीं मिला पा रहे थे। कितनी हीन भावना... रत्ना उन दोनों को घर ले आयी लेकिन आज रमाकांत अपनी बेटी से आंखें नहीं मिला पा रहे...