शायद उस दिन शरीर के सन्दूक में सबसे नीचे छिपा कर रखी गई भावनाओं की कुछ रेज़गारी दद्दा के हाथ से टकरा... शायद उस दिन शरीर के सन्दूक में सबसे नीचे छिपा कर रखी गई भावनाओं की कुछ रेज़गारी ...
घर गिरवी रख पढ़ने के लिए तो भेज देंगे, पर किसी भी वजह से अगर मैं सफल नहीं हो पाया अपने लक्ष्य में तो... घर गिरवी रख पढ़ने के लिए तो भेज देंगे, पर किसी भी वजह से अगर मैं सफल नहीं हो पाय...
ओह निशि तू ये किस भ्रमजाल में फँस गयी। ये दोगले मुखौटों का जंगल है जहाँ जो एक बार फँस गया तो उसका यह... ओह निशि तू ये किस भ्रमजाल में फँस गयी। ये दोगले मुखौटों का जंगल है जहाँ जो एक बा...