घर का इकलौता चिराग, माँ की आँखों का तारा, दादी-दादा का दुलारा आज प्रतिस्पर्धा की भेंट जो चढ गया था..... घर का इकलौता चिराग, माँ की आँखों का तारा, दादी-दादा का दुलारा आज प्रतिस्पर्धा की...
पोवारी भाषेत लिहिलेली एक आठवण पोवारी भाषेत लिहिलेली एक आठवण