मैं कभी सब्जी-फल लेने भी बाहर नहीं निकली मैं कभी सब्जी-फल लेने भी बाहर नहीं निकली
चौदहवें दिन की रात के समय वे दोनों उस अनमोल ख़ज़ाने के सामने थे। चौदहवें दिन की रात के समय वे दोनों उस अनमोल ख़ज़ाने के सामने थे।