भगवान का शुक्र मना रहा था कि उन्होनें उसे अपनी ही नज़रों में गिरने से बचा लिया। भगवान का शुक्र मना रहा था कि उन्होनें उसे अपनी ही नज़रों में गिरने से बचा लिया।
खर्चीली, शादियाँ हमें दरिद्र और बेईमान बनाती है। हम बदलेंगे, युग बदलेगा। खर्चीली, शादियाँ हमें दरिद्र और बेईमान बनाती है। हम बदलेंगे, युग बदलेगा।