फिर छाती पर पांव रखकर खङ़ा हो जाएगा, सांस तो आएगी पर जीना दुश्वार हो जाएगा। फिर छाती पर पांव रखकर खङ़ा हो जाएगा, सांस तो आएगी पर जीना दुश्वार हो जाएगा।
कमलादेवी बहू के अप्रत्याशित व्यवहार से चुप रह गयी। कमलादेवी बहू के अप्रत्याशित व्यवहार से चुप रह गयी।