वह कुछ और सोचता उससे पहले ही उसे सैकड़ों बिल्लियों के गुर्राने की सी आवाजें आने लगीं । वह कुछ और सोचता उससे पहले ही उसे सैकड़ों बिल्लियों के गुर्राने की सी आवाजें आने ...
सुब्बु अब भी मंदिर जाता है और जोर से जयकारा लगाता है, बजरंगबली की जय। सुब्बु अब भी मंदिर जाता है और जोर से जयकारा लगाता है, बजरंगबली की जय।
अब वो सोच रहा था कि जब गिर गया हूँ तो अब एक रुपया का भी प्रसाद नही चढ़ाऊंगा। अब वो सोच रहा था कि जब गिर गया हूँ तो अब एक रुपया का भी प्रसाद नही चढ़ाऊंगा।