कीर्ति यूँही अकेले रहेगी पापड़ के साथ मगर क्यों ? कीर्ति यूँही अकेले रहेगी पापड़ के साथ मगर क्यों ?
इरादा तो अपना भी यही है, एक बार बाहर निकल जाऊँ पापड़ बना दूंगा तुम दोनों के इरादा तो अपना भी यही है, एक बार बाहर निकल जाऊँ पापड़ बना दूंगा तुम दोनों के