मेरी यादों की दुनिया में सिर्फ कंकर पत्थर और कौड़ियां ही हैं. मेरी यादों की दुनिया में सिर्फ कंकर पत्थर और कौड़ियां ही हैं.
श्यामा का खुशी का ठिकाना ना था..वो खुशी के मारे खेतो की तरफ भागा. श्यामा का खुशी का ठिकाना ना था..वो खुशी के मारे खेतो की तरफ भागा.