"हम सब रंगमंच की कठपुतलियाँ हैँ जिसकी डोर ऊपरवाले के हाथ में है " "हम सब रंगमंच की कठपुतलियाँ हैँ जिसकी डोर ऊपरवाले के हाथ में है "
सौरभ्य कण-कण महकाए हो सुना है कि तुम आए हो......... सौरभ्य कण-कण महकाए हो सुना है कि तुम आए हो.........