और तुमने जब उन तीन पत्थरों को डाल दिया तो मेरे साथ पहाड़ पर चढ़ सके। और तुमने जब उन तीन पत्थरों को डाल दिया तो मेरे साथ पहाड़ पर चढ़ सके।
नूर की बेटी रात भर हबीब के बिछौने में सुख की नींद सोयी। नूर की बेटी रात भर हबीब के बिछौने में सुख की नींद सोयी।
निश्छल आदमी बहुत कम दिखता है निश्छल आदमी बहुत कम दिखता है
आज भी परमार नदी में महुआ घटवारिन के कई पुराने घाट है आज भी परमार नदी में महुआ घटवारिन के कई पुराने घाट है
मन का मान-अभिमान दूर हो गया। मन का मान-अभिमान दूर हो गया।