मिस्टी सोचती काश मेरे नानु नानी भी ऐसे होते सारे घर में ख़ुशियाँ छाई रहतीं मिस्टी सोचती काश मेरे नानु नानी भी ऐसे होते सारे घर में ख़ुशियाँ छाई रहतीं
कभी मैंने उसकी पसंद नापसंद का ख्याल नहीं रखा कभी मैंने उसकी पसंद नापसंद का ख्याल नहीं रखा
सुबह की रवि रश्मियां जब उसके चेहरों पर पड़ी तो वो सभी हड़बड़ा कर उठ बैठे। सुबह की रवि रश्मियां जब उसके चेहरों पर पड़ी तो वो सभी हड़बड़ा कर उठ बैठे।