तोहे बिनती करूं ए श्याम! मेरी अरज सुनो घनश्याम! तोहे बिनती करूं ए श्याम! मेरी अरज सुनो घनश्याम!
खिड़की पर एक औरत खड़ी थी और मुझे देख कर बहुत अजीब से मुस्कुराने लगी। कभी हँसती तो कभी चिल्ला रही थी।... खिड़की पर एक औरत खड़ी थी और मुझे देख कर बहुत अजीब से मुस्कुराने लगी। कभी हँसती त...
हाँ मम्मीजी, आप ठीक कह रही हैं। माँ-पापा ने बड़ा पुराना सा नाम दे दिया। अब तो मैं अपना मनपसंद नाम रख... हाँ मम्मीजी, आप ठीक कह रही हैं। माँ-पापा ने बड़ा पुराना सा नाम दे दिया। अब तो मै...