उस दिन के बाद बबला का हाथ कभी भी पैंट के अंदर नहीं गया। उस दिन के बाद बबला का हाथ कभी भी पैंट के अंदर नहीं गया।
ग़लत सोच रही हो मानसी, खेलेगा तो रुचि अपने आप आ जाएगी ग़लत सोच रही हो मानसी, खेलेगा तो रुचि अपने आप आ जाएगी