ये बातें विशेषर जी बहूत गुस्से में बोल रहे थे और आँखें लाल के साथ-साथ नम भी थीं। ये बातें विशेषर जी बहूत गुस्से में बोल रहे थे और आँखें लाल के साथ-साथ नम भी थीं।
इस विचार से उसका चेहरा ख़ुशी से उद्भासित हो उठा। इस विचार से उसका चेहरा ख़ुशी से उद्भासित हो उठा।