आखिर ये पुरुष हम औरतों को सदैव खुद से कमजोर व कमतर ही क्यो आंकते है। आखिर ये पुरुष हम औरतों को सदैव खुद से कमजोर व कमतर ही क्यो आंकते है।
उसकी बस एक ही कमी थी अपनी मातृभाषा हिंदी को अन्य विषयों से कमतर आंकना उसकी बस एक ही कमी थी अपनी मातृभाषा हिंदी को अन्य विषयों से कमतर आंकना
चित्र को केंद्र में रख भला कौन सी कहानी या कविता बन सकती है। चित्र को केंद्र में रख भला कौन सी कहानी या कविता बन सकती है।