भगवान विष्णु मुस्कराऐ और बोले,"वत्स वर्षों से तुम मेरी तपस्या कर रहे हो बोलो तुम्हें क्या चा... भगवान विष्णु मुस्कराऐ और बोले,"वत्स वर्षों से तुम मेरी तपस्या कर रहे हो ...
उसके मन में निश्चित ध्येय था कि उसे राजा से मिलना ही है। उसके मन में निश्चित ध्येय था कि उसे राजा से मिलना ही है।
राज्य किस पुत्र को सौंपे क्योंकि उसके सभी पुत्रौ में गुणों की भरमार थी । राज्य किस पुत्र को सौंपे क्योंकि उसके सभी पुत्रौ में गुणों की भरमार थी ।
मैंने लंका के उत्तराधिकारी इंदरजीत को भी खो दिया। मैंने लंका के उत्तराधिकारी इंदरजीत को भी खो दिया।
कुछ लोग सिर्फ परिस्थिति को दोष देना जानते हैं। कुछ लोग सिर्फ परिस्थिति को दोष देना जानते हैं।