प्रेम मुदित मन करता स्वागत, प्रिय बसंत ऋतु आयी। प्रेम मुदित मन करता स्वागत, प्रिय बसंत ऋतु आयी।
मज़ा आना ही आना था आया, और जमकर आया। मज़ा आना ही आना था आया, और जमकर आया।