एक ख्वाहिश थी कि बड़ी होकर मम्मी के साथ रहकर काम में हाथ बटाऊंगी। एक ख्वाहिश थी कि बड़ी होकर मम्मी के साथ रहकर काम में हाथ बटाऊंगी।
अंजलि ने सुना तो उसे जीभ चिढ़ाते हुए कहने लगी, वो भी नहीं करुँगी| अंजलि ने सुना तो उसे जीभ चिढ़ाते हुए कहने लगी, वो भी नहीं करुँगी|