विश्वास ही धोखा हैं 10.
विश्वास ही धोखा हैं 10.
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फिर सभी अपने अपने घर चले गये ।
चिन्टु के दोस्तों ने दो दिन तक तो कुछ नहीं किया फिर जब पैसे की जरूरत थी
तो चिन्टु को शिकार बनाया गया।
शर्म नहीं आई उन दोस्तों को जो जिसके पैसे से खाएं उसका ही शिकार करें।
मेरे विश्वास का अच्छा तोहफा।
Coming soon 11
