ज़िन्दगी क्या है...सिर्फ हमारी सोच। ज़िन्दगी क्या है...सिर्फ हमारी सोच।
उन्हीं ख्यालों और स्मृतियों के मिले-जुले रंगों को शायद थोड़ा और समझती हुई। उन्हीं ख्यालों और स्मृतियों के मिले-जुले रंगों को शायद थोड़ा और समझती हुई।