Dr Archana Verma

Children Stories

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स्वास्थ्य सबसे बड़ा धन

स्वास्थ्य सबसे बड़ा धन

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मोहन एक सामान्य परिवार का रहने वाला था। उसके पिता एक फैक्टरी में काम करते थे और माँ कुशल गृहिणी थी। उसकी माँ परिवार में सभी के स्वास्थ्य का बहुत ध्यान रखती थी और पोषक भोजन ही खाने को कहती थी। उसके घर में बाहर के भोज्य पदार्थ जैसे पिज्जा, बर्गर व मैगी आदि खाने पर सख्त पाबंदी थी। मोहन अपने दोस्त करन को जब जंक फूड खाते देखता तो वो भी अपनी माँ से बाहर की चीजें खाने की ज़िद करता उसकी माँ उसे समझाती कि बेटा यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है लेकिन मोहन को यह बात समझ नहीं आती और वह दुःखी हो जाता, उसे लगता था कि उसकी माँ उसकी पसंद का ख्याल नहीं रखती है। कई बार वह ज़िद भी करने लगता कि उसे बाहर का सामान खाना है लेकिन उसकी माँ इसके लिए तैयार नहीं होती। एक बार उसका दोस्त करन बहुत ज्यादा बीमार पड़ गया और कई दिनों तक स्कूल नहीं आया, मोहन अपने दोस्त की अनुपस्थिति में बहुत उदास रहने लगा। मोहन ने अपनी माँ से करन से मिलने की इच्छा जाहिर की। जब मोहन अपनी माँ के साथ करन से मिलने उसके घर गया तो करन की माँ से पता चला कि करन को दूषित भोजन व पानी की वजह से मियादी बुखार हो गया है और डॉक्टर ने उसे बाहर की चीजें खाने से मना किया है। करन बीमारी की वजह से बहुत कमजोर हो गया था और दुःखी भी था। करन ने मोहन से कहा कि अब उसे कुछ भी खाने का मन नहीं करता और वह बहुत डरा हुआ था। अब मोहन को समझ में आया कि उसकी माँ उसे बाहर की चीजें खाने से क्यों मना करती थी। मोहन ने अब निश्चय किया कि वह बाहर के खाने के लिए कभी भी ज़िद नहीं करेगा।


सीख- हमेशा स्वास्थ्यवर्धक भोज्य पदार्थों का ही सेवन करना चाहिए।


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