वो अटखेलियां लगाते हुए पत्थरों से टकराना, कभी अचानक सहम जाना, कभी तेज़ी से बह निकलना।। आज उसकी भी आ... वो अटखेलियां लगाते हुए पत्थरों से टकराना, कभी अचानक सहम जाना, कभी तेज़ी से बह नि...
लेखक: विक्टर द्रागून्स्की अनु. : आ. चारुमति रामदास लेखक: विक्टर द्रागून्स्की अनु. : आ. चारुमति रामदास