रेनकोट ( मू्स्कूराहट का )
रेनकोट ( मू्स्कूराहट का )
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रेनकोट... जब बारिश होती है, और हमें कहीं जाना हो तो हम रेनकोट ढूंढते है, और उसे पहन के बाहर निकलते है, ताकि बारिश से हम खुद को बचा सकें।
हमारी मुस्कुराहट भी कहीं ना कहीं एक रेनकोट की तरह ही है, जब भी हमे अकेलापन, गम, सपनों का टूटना, किसी अपने के छोड़ के जाने का या फिर जिंदगी की परेशानियों का सामना करना पड़ता है, तो हम चाहे कितना भी टूटे हुए हो अंदर से दिल ही दिल में, चाहे कितना भी रो रहे हो, लेकिन दुनिया वालों के सामने हम अपनी मुस्कुराहट का एक रेनकोट ओढ़ लेते है।