रोज़ रात होते ही सड़क पर वो नजर आती है। कसी हुई चमकती चोली, घुटने तक उठा हुआ लहंगा, काले लम्बे बिखरे... रोज़ रात होते ही सड़क पर वो नजर आती है। कसी हुई चमकती चोली, घुटने तक उठा हुआ लहं...