जब मैं मिली थी उससे ,वह अकेली थी, कोई भी नही था, एक छोटा सा घर, वहाँकैद थी वह. और शायद कुछ अनकही बात... जब मैं मिली थी उससे ,वह अकेली थी, कोई भी नही था, एक छोटा सा घर, वहाँकैद थी वह. औ...
आज तुम्हारे लिए अपने दिल के दरवाज़े बंद नहीं किये मैंने। आज तुम्हारे लिए अपने दिल के दरवाज़े बंद नहीं किये मैंने।