आराधना के सीने में इस बात का ग़म था उसने अपनें ख्वाबों को हकीकत में बदल ना सकी। आराधना के सीने में इस बात का ग़म था उसने अपनें ख्वाबों को हकीकत में बदल ना सकी।
सुनीता ने एक बार नहीं बल्कि छः बार जाकर उनसे विनती की लेकिन, हर बार हताशा ही हाथ लगी। सुनीता ने एक बार नहीं बल्कि छः बार जाकर उनसे विनती की लेकिन, हर बार हताशा ही हाथ...