खिड़की पर बैठी तितली ने ये सब देखा। सुबह ने उम्मीद को जगाया, और गौरी रोज़ की तरह घर के काम काज में ल... खिड़की पर बैठी तितली ने ये सब देखा। सुबह ने उम्मीद को जगाया, और गौरी रोज़ की तरह...
इन नयनाभिराम फूलों को देखो, निरेखो, सूँघो, सराहो, पर तोड़ो मत...! इन नयनाभिराम फूलों को देखो, निरेखो, सूँघो, सराहो, पर तोड़ो मत...!
राजेश गुलदस्ता खरीदने के लिए रास्ते के उस पार फूल की दुकान की ओर चलने लगा। तभी एक आठ- दस साल का लड़क... राजेश गुलदस्ता खरीदने के लिए रास्ते के उस पार फूल की दुकान की ओर चलने लगा। तभी ए...