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Quotes
हमारे पास जो चीजें हो उन्ही को और भी सुन्दर बनाने की कोशिश क ...
उसे याद करूँ इसकी जरूरत ही नहीं उसे भूल जाऊँ इसकी आदत ही नह ...
सुलगती आँच पर धधकती अधन की बुंदे जब पड़ती थी माँ के हथेलियों ...
बोली की कीमत है ये बात मानती हूँ मैं सबूत केलिये मगर कागजात ...
छत की मुंडेरों पर जो पीपल के पत्ते झड़े थे टूटी बाल्टी में जो ...
बेटियों से ही आशियाना घर लगता है वर्ना शहर में तो मकानों की ...
कोई शख्स दरीचे बन्द करके भी तुफां को रोक नहीं पता है और हम आ ...
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