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कंचन प्रभा
दरभंगा
छत पर आए
बाल्टी
अपनोसेदुश्मनीकरजातेहैंलोग।आड़ेवक्तपरअपनेहीकामआतेहैं
सैर
छत पे
चौदहवीं का चाँद
प्रेमनश्वरनाखूबसूरतीनश्वर
मजेदार
जी भर कर
जब-जब
चाय
आते-जाते
प्रेमहिईश्वरहै
दोस्तों
इलायची वाली
शाम
आएं थे
देखते
Hindi
छत
Quotes
छत पर शाम बिताना,तेरा इंतजार करना और तेरे बदले तेरे पापा का ...
पिता हमारे सर पर छत के समान होता है। जो सर्दी, गर्मी, बरसात ...
रात गुजर जाए इसके लिए इक मकान काफी है, ज़िंदगी गुज़रने के ल ...
रविवार: वो छत पर आते-जाते रहते, हमको देख मंद-मंद मुस्कुराते। ...
छत की मुंडेरों पर जो पीपल के पत्ते झड़े थे टूटी बाल्टी में जो ...
शनिवार: वो भी आएं थे छत पर, मैं भी बैठा था छत पर। वो दिखते उ ...
शनिवार: वो भी आएं थे छत पर, मैं भी बैठा था छत पर। वो दिखते उ ...
रविवार: दोस्तों वो भी छत पर आएं थे, हम भी छत पर ही बैठे हुए ...
शुक्रवार: हम भी छत पर आते, चाँद देखने के बहाने। उनको जी भर द ...
शुक्रवार: जब-जब छत पर सैर करते, सुबह-सुबह आते-जाते हम। हाथों ...
बुधवार: हमें करना नहीं कोई काम, सब लंबे समय से घर बैठे। सुबह ...
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