“
ग़म का जरिया तू बन गया,
यूं जो मुझे तू छोड़ गया,
मिल जा मुझे तू एक दफा,
मेरी इबादत तू बन गया,
कर दे मूझपे नज़र ए करम,
टूटे दिल के सारे भरम,
तेरे बिन अब ना लेंगे एक भी दम,
तुझे कितना चाहने लगे हम, २
तेरे साथ हो जाएंगे ख़तम,
तुझे कितना चाहने लगे हम,
”