STORYMIRROR

ऐ ख़ुदा यह...

ऐ ख़ुदा यह कैसा दस्तूर ए ज़िन्दगी है चाहत ऐसी की पूरी ज़िन्दगी है ! चाह मुकम्मल नहीं दस्तूर ए मआशरे से ख़त्म कर दो दस्तूर यह, मेरी ज़िन्दगी है फ़ैसला नहीं कर पाता तू लोगों के डर से ख़ौफ़ ए ख़ुदा दिल में हो पता नहीं कल ज़िन्दगी है

By Adil Ahmad
 178


More hindi quote from Adil Ahmad
2 Likes   0 Comments
1 Likes   0 Comments
2 Likes   0 Comments

Similar hindi quote from Abstract