जिंदगी का ख़ालीपन हमसे न पूछो, किसको ये सोचने की भी आदत होती नहीं। जिंदगी का ख़ालीपन हमसे न पूछो, किसको ये सोचने की भी आदत होती नहीं।
आसपास हैं सब लोग फिर भी ना जाने क्यूं मन अकेला है, मेरी अन्धेर भरी जिन्दगी ढूँढती सवे आसपास हैं सब लोग फिर भी ना जाने क्यूं मन अकेला है, मेरी अन्धेर भरी जिन्दगी...
तेरे अक्स को अपने कमरे की दीवार पर महसूस करती है। तेरे अक्स को अपने कमरे की दीवार पर महसूस करती है।