कुछ ख्वाहिशें दबी हुई थी दिल के किसी कोने में, बाहर न निकल पाई थी। कुछ ख्वाहिशें दबी हुई थी दिल के किसी कोने में, बाहर न निकल पाई थी।
हमराज़ है,साया है,अक्स है हर तरह दिखाता सही राह वोही मेरे मन को ! हमराज़ है,साया है,अक्स है हर तरह दिखाता सही राह वोही मेरे मन को !